जिले के बारे में
जिला खैरागढ़-छुईखदान-गण्डई दिनांक 03 सितम्बर 2022 को तात्कालिन राजनांदगांव जिले से पृथक होकर 31वें जिले के रूप में अस्तित्व में आया। संगीत नगरी खैरागढ़ के नाम से विखयात यहां एशिया के प्रथम कला एवं संगीत विश्वविद्यालय एवं छत्तीसगढ़ राज्य के प्रथम विश्वविद्यालय की नींव तात्कालीन शासक राजा वीरेन्द्र बहादूर सिंह एवं रानी पद्मावती ने सन् 1956 में रखी थी। उन्होंने अपनी पुत्री इंदिरा के स्मृति में ही इस विश्वविद्यालय का नामकरण कर संगीत और ललित कला विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए अपना राजभवन दान किया था। जो दृश्य और प्रदर्शन कला के लिए समर्पित खैरागढ़ की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाता है।
नया क्या है
- कार्यालय कलेक्टर, जिला-खैरागढ़-छुईखदान-गण्डई (छ०ग०): वर्ष 2025-26 के लिए जिला कार्यालय एवं जिले के अन्य शासकीय कार्यालयों में लेखन साम्रगी एवं अन्य क्रय करने संबंधी निविदाएं आमंत्रित है
- जिला कार्यक्रम अधिकारी (महिला एवं बाल विकास विभाग) जिला, खैरागढ़-छुईखदान-गण्डई (छ.ग.):मिशन शक्ति महिला सशक्तिकरण केन्द्र के संचालन हेतु संविदा स्वीकृत पदों में नियुक्ति हेतु पात्रअपात्र की अंतिम प्रकाशित सूची एवं नवा बिहान योजना अंतर्गत जिला-खैरागढ़-छुईखदान-गण्डई में रिक्त पदों पर
- Special Summary Revision2025 – Weekly Claims/Objections
- अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग तथा आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के उम्मीदवारों के लिये जाति/आय/संपत्ति प्रमाण पत्र जारी किये जाने के संबंध में

सार्वजनिक उपयोगिताएँ
हेल्पलाइन नंबर
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नागरिक कॉल सेंटर -
155300 -
चाइल्ड हेल्पलाइन -
1098 -
महिला हेल्पलाइन -
1091 -
अपराध ठहरने वाला-
1090 -
Rescue & Relief - 1070
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एम्बुलेंस -
102, 108